अन्वयदत्ति: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> चार दत्तियों में चौथी दत्ति । इसमें अन्वय (वंश) की प्रतिष्ठा के लिए पुत्र को समस्त कुल परंपरा तथा धन के साथ अपना कुटुंब समर्पित किया जाता है । इसे सकलदत्ति भी कहते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 38.40 </span>देखें [[ दत्ति ]]</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चार दत्तियों में चौथी दत्ति । इसमें अन्वय (वंश) की प्रतिष्ठा के लिए पुत्र को समस्त कुल परंपरा तथा धन के साथ अपना कुटुंब समर्पित किया जाता है । इसे सकलदत्ति भी कहते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 38.40 </span>देखें [[ दत्ति ]]</p> | ||
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
चार दत्तियों में चौथी दत्ति । इसमें अन्वय (वंश) की प्रतिष्ठा के लिए पुत्र को समस्त कुल परंपरा तथा धन के साथ अपना कुटुंब समर्पित किया जाता है । इसे सकलदत्ति भी कहते हैं । महापुराण 38.40 देखें दत्ति