उन्मत्तजला: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> (1) मानुषोत्तर पर्वत की ह्रदा आदि बारह नदियों मे एक नदी । ये नदियाँ ताम्रचूल और कनकचूल देवों ने मेघरथ को दिखायी थी । <span class="GRef"> महापुराण 63.206 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) मानुषोत्तर पर्वत की ह्रदा आदि बारह नदियों मे एक नदी । ये नदियाँ ताम्रचूल और कनकचूल देवों ने मेघरथ को दिखायी थी । <span class="GRef"> महापुराण 63.206 </span></p> | ||
(2) निषघ पर्वत से निकलकर सीतोदा नदी की ओर जाने वाली एक नदी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.240 </span></p> | <p id="1" class="HindiText">(2) निषघ पर्वत से निकलकर सीतोदा नदी की ओर जाने वाली एक नदी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#240|हरिवंशपुराण - 5.240]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
पूर्व विदेह की एक विभंगा नदी।
तीन लोक सम्बन्धित जानकारी हेतु देखें लोक - 5.8
पुराणकोष से
(1) मानुषोत्तर पर्वत की ह्रदा आदि बारह नदियों मे एक नदी । ये नदियाँ ताम्रचूल और कनकचूल देवों ने मेघरथ को दिखायी थी । महापुराण 63.206
(2) निषघ पर्वत से निकलकर सीतोदा नदी की ओर जाने वाली एक नदी । हरिवंशपुराण - 5.240