गिरिनगर: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef"> महापुराण 71.270, </span><div class="HindiText"> सौराष्ट्र देश का एक नगर । यहाँ का राजा चित्ररथ था । वह मांसाहारी था । सुधर्म मुनिराज के उपदेश से उसने मांसाहार छोड़ दिया था और उनसे दीक्षा ग्रहण कर ली थी । </div><br> | <span class="GRef"> महापुराण 71.270, </span><div class="HindiText"> सौराष्ट्र देश का एक नगर । यहाँ का राजा चित्ररथ था । वह मांसाहारी था । सुधर्म मुनिराज के उपदेश से उसने मांसाहार छोड़ दिया था और उनसे दीक्षा ग्रहण कर ली थी । </div><br> | ||
<span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33. 150-152 </span><div class="HindiText">यहाँ पर राजा राष्ट्रवर्धन ने राज्य किया । उसकी पुत्री सुसीमा ने संयम धारण करके उत्तर जन्म मे मोक्ष प्राप्त किया ।</div> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.70-72 </span> | <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_33#150|हरिवंशपुराण - 33.150-152]] </span><div class="HindiText">यहाँ पर राजा राष्ट्रवर्धन ने राज्य किया । उसकी पुत्री सुसीमा ने संयम धारण करके उत्तर जन्म मे मोक्ष प्राप्त किया ।</div> <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#70|हरिवंशपुराण - 60.70-72]] </span> | ||
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
महापुराण 71.270,
सौराष्ट्र देश का एक नगर । यहाँ का राजा चित्ररथ था । वह मांसाहारी था । सुधर्म मुनिराज के उपदेश से उसने मांसाहार छोड़ दिया था और उनसे दीक्षा ग्रहण कर ली थी ।
यहाँ पर राजा राष्ट्रवर्धन ने राज्य किया । उसकी पुत्री सुसीमा ने संयम धारण करके उत्तर जन्म मे मोक्ष प्राप्त किया ।