चकार: Difference between revisions
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<p> राजा रवि के पश्चात् हुआ लंका का स्वामी । यह माया, पराक्रम और शौर्य से | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> राजा रवि के पश्चात् हुआ लंका का स्वामी । यह माया, पराक्रम और शौर्य से संपन्न राक्षसवंशी विद्याधर था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#395|पद्मपुराण - 5.395-400]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
राजा रवि के पश्चात् हुआ लंका का स्वामी । यह माया, पराक्रम और शौर्य से संपन्न राक्षसवंशी विद्याधर था । पद्मपुराण - 5.395-400