चतुरस्रानुणयोग: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> श्रुत के चार अनुयोग- (1) प्रथमानुयोग (2) करणानुयोग (3) चरणानुयोग और (4) द्रव्यानुयोग । हरिवंशपुराण 48.4</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> श्रुत के चार अनुयोग- (1) प्रथमानुयोग (2) करणानुयोग (3) चरणानुयोग और (4) द्रव्यानुयोग । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#4|हरिवंशपुराण - 48.4]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ चतुरस्र | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ चतुरस्र | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ चतुरिंद्रिय | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: च]] | [[Category: च]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
श्रुत के चार अनुयोग- (1) प्रथमानुयोग (2) करणानुयोग (3) चरणानुयोग और (4) द्रव्यानुयोग । हरिवंशपुराण - 48.4