चित्ररथ: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) कुरु वंश का एक राजा । यह विचित्रवीर्य का पुत्र और महारथ का पिता था । <span class="GRef"> महापुराण 45.28 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) कुरु वंश का एक राजा । यह विचित्रवीर्य का पुत्र और महारथ का पिता था । <span class="GRef"> महापुराण 45.28 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सुराष्ट्र देश के गिरिनगर का राजा । इसकी रानी कनकमालिनी थी । यह मांस-प्रेमी था । इसने सुधर्म नामक मुनिराज से मांस खाने के दोष सुने और विरक्त होकर अपने पुत्र मेघरथ को राज्य दे दिया । स्वयं ने तीन सौ राजाओं के साथ दीक्षा ले ली । <span class="GRef"> महापुराण 71.270-273, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33.150-152 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) सुराष्ट्र देश के गिरिनगर का राजा । इसकी रानी कनकमालिनी थी । यह मांस-प्रेमी था । इसने सुधर्म नामक मुनिराज से मांस खाने के दोष सुने और विरक्त होकर अपने पुत्र मेघरथ को राज्य दे दिया । स्वयं ने तीन सौ राजाओं के साथ दीक्षा ले ली । <span class="GRef"> महापुराण 71.270-273, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_33#150|हरिवंशपुराण - 33.150-152]] </span></p> | ||
<p id="3">(3) विद्याधर मनोरथ का पुत्र । इसके बंधुओं ने इसके विवाह के लिए राजा आदित्यगति से प्रभावती की पुत्री रतिप्रभा को माँगा था । <span class="GRef"> महापुराण 46.181 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) विद्याधर मनोरथ का पुत्र । इसके बंधुओं ने इसके विवाह के लिए राजा आदित्यगति से प्रभावती की पुत्री रतिप्रभा को माँगा था । <span class="GRef"> महापुराण 46.181 </span></p> | ||
<p id="4">(4) सीता के स्वयंवर में सम्मिलित एक राजा । <span class="GRef"> पद्मपुराण 28.214 </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) सीता के स्वयंवर में सम्मिलित एक राजा । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_28#214|पद्मपुराण - 28.214]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
(1) कुरु वंश का एक राजा । यह विचित्रवीर्य का पुत्र और महारथ का पिता था । महापुराण 45.28
(2) सुराष्ट्र देश के गिरिनगर का राजा । इसकी रानी कनकमालिनी थी । यह मांस-प्रेमी था । इसने सुधर्म नामक मुनिराज से मांस खाने के दोष सुने और विरक्त होकर अपने पुत्र मेघरथ को राज्य दे दिया । स्वयं ने तीन सौ राजाओं के साथ दीक्षा ले ली । महापुराण 71.270-273, हरिवंशपुराण - 33.150-152
(3) विद्याधर मनोरथ का पुत्र । इसके बंधुओं ने इसके विवाह के लिए राजा आदित्यगति से प्रभावती की पुत्री रतिप्रभा को माँगा था । महापुराण 46.181
(4) सीता के स्वयंवर में सम्मिलित एक राजा । पद्मपुराण - 28.214