जीवसिद्धि: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
आ.समंतभद्र (ई.श.2) द्वारा रचित यह ग्रंथ संस्कृत छंदबद्ध है। इसमें न्याय व युक्तिपूर्वक जीव के अस्तित्व की सिद्धि की गयी है। | |||
[[जीव समास | | <noinclude> | ||
[[ जीव-समास | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:ज]] | [[ जीव-स्थान | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: ज]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> समंतभद्राचार्य द्वारा रचित एक ग्रंथ । इसमें जीव की स्वतंत्र स्थिति की सिद्धि की गयी है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_1#29|हरिवंशपुराण - 1.29]] </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | |||
[[ जीव-समास | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ जीव-स्थान | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: ज]] [[Category: इतिहास]] [[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
आ.समंतभद्र (ई.श.2) द्वारा रचित यह ग्रंथ संस्कृत छंदबद्ध है। इसमें न्याय व युक्तिपूर्वक जीव के अस्तित्व की सिद्धि की गयी है।
पुराणकोष से
समंतभद्राचार्य द्वारा रचित एक ग्रंथ । इसमें जीव की स्वतंत्र स्थिति की सिद्धि की गयी है । हरिवंशपुराण - 1.29