त्रिदशंजय: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> अयोध्या के राजा धरणीधर और उसकी रानी श्रीदेवी का पुत्र । यह इंद्ररेखा का पति और जितशत्रु का पिता था । इसने पोदनपुर नगर के राजा व्यानंद और उसकी रानी अभोजमाला की पुत्री विजयार्ध के साथ अपने पुत्र का विवाह किया । अंत में अपने पुत्र को राज्य सीप कर यह दीक्षित हो गया । इसने कैलास पर्वत पर मोक्ष प्राप्त किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 5.59-62 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> अयोध्या के राजा धरणीधर और उसकी रानी श्रीदेवी का पुत्र । यह इंद्ररेखा का पति और जितशत्रु का पिता था । इसने पोदनपुर नगर के राजा व्यानंद और उसकी रानी अभोजमाला की पुत्री विजयार्ध के साथ अपने पुत्र का विवाह किया । अंत में अपने पुत्र को राज्य सीप कर यह दीक्षित हो गया । इसने कैलास पर्वत पर मोक्ष प्राप्त किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#59|पद्मपुराण - 5.59-62]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
अयोध्या के राजा धरणीधर और उसकी रानी श्रीदेवी का पुत्र । यह इंद्ररेखा का पति और जितशत्रु का पिता था । इसने पोदनपुर नगर के राजा व्यानंद और उसकी रानी अभोजमाला की पुत्री विजयार्ध के साथ अपने पुत्र का विवाह किया । अंत में अपने पुत्र को राज्य सीप कर यह दीक्षित हो गया । इसने कैलास पर्वत पर मोक्ष प्राप्त किया था । पद्मपुराण - 5.59-62