नवनवम: Difference between revisions
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<p> एक व्रत । इसमें प्रथम दिन उपवास, पश्चात् एक-एक ग्रास बढ़ाते हुए नवें दिन नौ ग्रास लिये जाते हैं तथा एक-एक घटाते हुए नवें दिन उपवास किया जाता है । इस विधि को नौ बार करने से यह व्रत पूर्ण होता है । हरिवंशपुराण 34.91-93</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक व्रत । इसमें प्रथम दिन उपवास, पश्चात् एक-एक ग्रास बढ़ाते हुए नवें दिन नौ ग्रास लिये जाते हैं तथा एक-एक घटाते हुए नवें दिन उपवास किया जाता है । इस विधि को नौ बार करने से यह व्रत पूर्ण होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#91|हरिवंशपुराण - 34.91-93]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
एक व्रत । इसमें प्रथम दिन उपवास, पश्चात् एक-एक ग्रास बढ़ाते हुए नवें दिन नौ ग्रास लिये जाते हैं तथा एक-एक घटाते हुए नवें दिन उपवास किया जाता है । इस विधि को नौ बार करने से यह व्रत पूर्ण होता है । हरिवंशपुराण - 34.91-93