पार्थिव: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.33 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_52#33|हरिवंशपुराण - 52.33]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के वत्स देश की कौशांबी नगरी का राजा । इसकी रानी सुंदरी और पुत्र सिद्धार्थ था । इसने परमावधिज्ञान के धारी मुनिवर नामक मुनि से धर्मोपदेश सुना और वैराग्यभाव उत्पन्न होने से यह पुत्र को राज्य देकर दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> महापुराण 69.2-10 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के वत्स देश की कौशांबी नगरी का राजा । इसकी रानी सुंदरी और पुत्र सिद्धार्थ था । इसने परमावधिज्ञान के धारी मुनिवर नामक मुनि से धर्मोपदेश सुना और वैराग्यभाव उत्पन्न होने से यह पुत्र को राज्य देकर दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> महापुराण 69.2-10 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
(1) जरासंध का पुत्र । हरिवंशपुराण - 52.33
(2) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के वत्स देश की कौशांबी नगरी का राजा । इसकी रानी सुंदरी और पुत्र सिद्धार्थ था । इसने परमावधिज्ञान के धारी मुनिवर नामक मुनि से धर्मोपदेश सुना और वैराग्यभाव उत्पन्न होने से यह पुत्र को राज्य देकर दीक्षित हो गया । महापुराण 69.2-10