पार्वतेय: Difference between revisions
From जैनकोष
Jagrti jain (talk | contribs) mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> मातंग विद्याधरों का एक निकाय । ये विद्याधर हर वस्त्र पहनते हैं, नाना प्रकार के मुकुट और मालाओं को धारण करते हैं तथा समवसरण में पार्वत-स्तंभ के सहारे बैठते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 26.14,20 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मातंग विद्याधरों का एक निकाय । ये विद्याधर हर वस्त्र पहनते हैं, नाना प्रकार के मुकुट और मालाओं को धारण करते हैं तथा समवसरण में पार्वत-स्तंभ के सहारे बैठते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_26#14|हरिवंशपुराण - 26.14]],20 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
मातंग विद्याधरों का एक निकाय । ये विद्याधर हर वस्त्र पहनते हैं, नाना प्रकार के मुकुट और मालाओं को धारण करते हैं तथा समवसरण में पार्वत-स्तंभ के सहारे बैठते हैं । हरिवंशपुराण - 26.14,20