प्रशस्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> शिलाखंडों पर उत्कीर्ण परिचयात्मक विवरण-लेख । सर्वप्रथम चक्रवर्ती भरत ने वृषभाचल पर्वत पर काकिणी रत्न द्वारा अपनी विजय का विवरण उत्कीर्ण कराया था । <span class="GRef"> महापुराण 32.146-155 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ प्रशस्तवंक | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ प्रशस्तवंक | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ प्रशांतमदन | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: प]] | [[Category: प]] | ||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
शिलाखंडों पर उत्कीर्ण परिचयात्मक विवरण-लेख । सर्वप्रथम चक्रवर्ती भरत ने वृषभाचल पर्वत पर काकिणी रत्न द्वारा अपनी विजय का विवरण उत्कीर्ण कराया था । महापुराण 32.146-155