प्रियंगुखंड: Difference between revisions
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<p> वाराणसी नगरी का इस नाम का एक वन । यहाँ क्षत्रपुर नगर के व्याध दारुण के पुत्र अतिदारुण ने प्रतिमायोग में स्थित वज्रायुध मुनि को मार दिया था जिससे वह सातवें नरक में गया था । महापुराण 59.274, 70. 191, हरिवंशपुराण 27.108</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> वाराणसी नगरी का इस नाम का एक वन । यहाँ क्षत्रपुर नगर के व्याध दारुण के पुत्र अतिदारुण ने प्रतिमायोग में स्थित वज्रायुध मुनि को मार दिया था जिससे वह सातवें नरक में गया था । <span class="GRef"> महापुराण 59.274, 70. 191, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_27#108|हरिवंशपुराण - 27.108]] </span></p> | ||
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वाराणसी नगरी का इस नाम का एक वन । यहाँ क्षत्रपुर नगर के व्याध दारुण के पुत्र अतिदारुण ने प्रतिमायोग में स्थित वज्रायुध मुनि को मार दिया था जिससे वह सातवें नरक में गया था । महापुराण 59.274, 70. 191, हरिवंशपुराण - 27.108