भ्रामरी-विद्या: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
विद्याघर अशनिघोष द्वारा सिद्ध की गयी एक विद्या । इससे अनेक रूप बनाये जाते हैं । महापुराण 62.230, 278