मणिमती: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
विजयार्ध पर्वत पर स्थित स्थालक नगर के विद्याधर राजा अमितवेग की पुत्री । इसे विद्या-सिद्धि में संलग्न देखकर रावण कामासक्त हो गया था । उसने इसकी विद्या हर ली थी जिससे कुपित होकर इसने रावण वध का निदान किया था । इसी निदान के कारण यह आयु के अंत में मंदोदरी के गर्भ से उत्पन्न हुई थी । इस पर्याय में इसका नाम सीता था । महापुराण 68.13-17