मदनकांता: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> धातकीखंड द्वीप के विदेहक्षेत्र में स्थित गंधिल देश के पाटनी ग्राम का वासी वैश्य नागदत्त और उसकी स्त्री सुमति की बड़ी पुत्री । इसकी श्रीकांता छोटी बहिन और नंद, नंदमित्र, नंदिषेण, वरसेन तथा जयसेन ये पाँच भाई थे । पूर्वजन्म में वज्रदंत की पुत्री श्रीमती इसकी बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 6.58-60, 120-130 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> धातकीखंड द्वीप के विदेहक्षेत्र में स्थित गंधिल देश के पाटनी ग्राम का वासी वैश्य नागदत्त और उसकी स्त्री सुमति की बड़ी पुत्री । इसकी श्रीकांता छोटी बहिन और नंद, नंदमित्र, नंदिषेण, वरसेन तथा जयसेन ये पाँच भाई थे । पूर्वजन्म में वज्रदंत की पुत्री श्रीमती इसकी बहिन थी । <span class="GRef"> महापुराण 6.58-60, 120-130 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
धातकीखंड द्वीप के विदेहक्षेत्र में स्थित गंधिल देश के पाटनी ग्राम का वासी वैश्य नागदत्त और उसकी स्त्री सुमति की बड़ी पुत्री । इसकी श्रीकांता छोटी बहिन और नंद, नंदमित्र, नंदिषेण, वरसेन तथा जयसेन ये पाँच भाई थे । पूर्वजन्म में वज्रदंत की पुत्री श्रीमती इसकी बहिन थी । महापुराण 6.58-60, 120-130