मदनोत्सवा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> सुग्रीव की दसवीं पुत्री । यह राम के गुण सुनकर तथा गुणों से आकृष्ट होकर स्वयंवरण की इच्छा से उनके निकट आयी थी । सीता के ध्यान में मग्न राम ने उसे स्वीकार नहीं किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 47.136-144 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सुग्रीव की दसवीं पुत्री । यह राम के गुण सुनकर तथा गुणों से आकृष्ट होकर स्वयंवरण की इच्छा से उनके निकट आयी थी । सीता के ध्यान में मग्न राम ने उसे स्वीकार नहीं किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_47#136|पद्मपुराण - 47.136-144]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सुग्रीव की दसवीं पुत्री । यह राम के गुण सुनकर तथा गुणों से आकृष्ट होकर स्वयंवरण की इच्छा से उनके निकट आयी थी । सीता के ध्यान में मग्न राम ने उसे स्वीकार नहीं किया था । पद्मपुराण - 47.136-144