मयूरग्रीव: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) एक विद्याधर । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में अलका नगरी का राजा । इसकी रानी नीलांजना से पाँच पुत्र हुए थे― अश्वग्रीव, नीलरथ, नीलकंठ, सुकंठ और वज्रकंठ । पांडवपुराण के अनुसार इसके चार पुत्र थे― अश्वग्रीव, नीलकंठ, वज्रकंठ और महाबल । <span class="GRef"> महापुराण 57.87-88, 62.58-59, 74.128, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.19-20 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) एक विद्याधर । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में अलका नगरी का राजा । इसकी रानी नीलांजना से पाँच पुत्र हुए थे― अश्वग्रीव, नीलरथ, नीलकंठ, सुकंठ और वज्रकंठ । पांडवपुराण के अनुसार इसके चार पुत्र थे― अश्वग्रीव, नीलकंठ, वज्रकंठ और महाबल । <span class="GRef"> महापुराण 57.87-88, 62.58-59, 74.128, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.19-20 </span></p> | ||
<p id="2">(2) आगामी नौवाँ प्रतिनारायण । | <p id="2" class="HindiText">(2) आगामी नौवाँ प्रतिनारायण । <span class="GRef">हरिवंश पुराण 60. 570</span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
(1) एक विद्याधर । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में अलका नगरी का राजा । इसकी रानी नीलांजना से पाँच पुत्र हुए थे― अश्वग्रीव, नीलरथ, नीलकंठ, सुकंठ और वज्रकंठ । पांडवपुराण के अनुसार इसके चार पुत्र थे― अश्वग्रीव, नीलकंठ, वज्रकंठ और महाबल । महापुराण 57.87-88, 62.58-59, 74.128, पांडवपुराण 4.19-20
(2) आगामी नौवाँ प्रतिनारायण । हरिवंश पुराण 60. 570