महाघोषा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> अच्छे स्वर वाली वीणा । देवों ने यह वीणा भूमिगोचरियों को दी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार यह वीणा किन्नर देवों द्वारा सिद्धकूटवासी विद्याघरों को दी गयी थी । <span class="GRef"> महापुराण 70. 295-296, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>20.61</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> अच्छे स्वर वाली वीणा । देवों ने यह वीणा भूमिगोचरियों को दी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>के अनुसार यह वीणा किन्नर देवों द्वारा सिद्धकूटवासी विद्याघरों को दी गयी थी । <span class="GRef"> महापुराण 70. 295-296, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>20.61</p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: म]] | [[Category: म]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
अच्छे स्वर वाली वीणा । देवों ने यह वीणा भूमिगोचरियों को दी थी । हरिवंशपुराण के अनुसार यह वीणा किन्नर देवों द्वारा सिद्धकूटवासी विद्याघरों को दी गयी थी । महापुराण 70. 295-296, हरिवंशपुराण 20.61