महिष: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) मध्य आर्यखंड का एक देश । भरतेश ने यहाँ के राजा को दंडरत्न से वश में किया था । <span class="GRef"> महापुराण 29.80 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) मध्य आर्यखंड का एक देश । भरतेश ने यहाँ के राजा को दंडरत्न से वश में किया था । <span class="GRef"> महापुराण 29.80 </span></p> | ||
<p id="2">(2) चक्रवर्ती भरत के समय का एक जंगली पशु भैंसा । इसके खुर होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 31.26, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 2.10 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) चक्रवर्ती भरत के समय का एक जंगली पशु भैंसा । इसके खुर होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 31.26, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_2#10|पद्मपुराण - 2.10]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
मध्य आर्यखंड का एक देश–देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) मध्य आर्यखंड का एक देश । भरतेश ने यहाँ के राजा को दंडरत्न से वश में किया था । महापुराण 29.80
(2) चक्रवर्ती भरत के समय का एक जंगली पशु भैंसा । इसके खुर होते हैं । महापुराण 31.26, पद्मपुराण - 2.10