मार्ग: Difference between revisions
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<p><span class="GRef"> धवला 13/5,5,50/287/9 </span><span class="SanskritText">मृग्यतेऽनेनेति मार्ग: पंथा:। स पंचविध:–नरगतिमार्ग:, तिर्यग्गतिमार्ग: मनुष्यगतिमार्ग:, देवगतिमार्ग:, मोक्षगतिमार्गश्चेति। तत्र एकैको मार्गोऽनेकविधः कृमिकीटादिभेदभिन्नत्वात्।</span> = <span class="HindiText">जिसके द्वारा मार्गण किया जाता है वह मार्ग अर्थात् पथ कहलाता है। वह पांच प्रकार का है–नरकगतिमार्ग, तिर्यंचगतिमार्ग, मनुष्यगतिमार्ग, देवगतिमार्ग और मोक्षगतिमार्ग। उनमें से एक-एक मार्ग कृमि व कीट आदि के भेद से अनेक प्रकार का है।<br /> | |||
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<p> तालगत | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> तालगत गांधर्व का एक भेद । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_19#151|हरिवंशपुराण - 19.151]] </span></p> | ||
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सिद्धांतकोष से
धवला 13/5,5,50/287/9 मृग्यतेऽनेनेति मार्ग: पंथा:। स पंचविध:–नरगतिमार्ग:, तिर्यग्गतिमार्ग: मनुष्यगतिमार्ग:, देवगतिमार्ग:, मोक्षगतिमार्गश्चेति। तत्र एकैको मार्गोऽनेकविधः कृमिकीटादिभेदभिन्नत्वात्। = जिसके द्वारा मार्गण किया जाता है वह मार्ग अर्थात् पथ कहलाता है। वह पांच प्रकार का है–नरकगतिमार्ग, तिर्यंचगतिमार्ग, मनुष्यगतिमार्ग, देवगतिमार्ग और मोक्षगतिमार्ग। उनमें से एक-एक मार्ग कृमि व कीट आदि के भेद से अनेक प्रकार का है।
- उत्सर्ग व अपवाद मार्ग–देखें अपवाद ।
- मोक्षमार्ग―देखें मोक्षमार्ग ।
पुराणकोष से
तालगत गांधर्व का एक भेद । हरिवंशपुराण - 19.151