मृग-द्विप: Difference between revisions
From जैनकोष
Jagrti jain (talk | contribs) mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> मृग जाति के हाथी ये भयभीत होकर भागने वाले हरिणों के समान भागने में कुशील होते हैं । युद्ध में इनका धीरे-धीरे चलना अशुभ सूचक होता है । <span class="GRef"> महापुराण 44.204,226 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मृग जाति के हाथी ये भयभीत होकर भागने वाले हरिणों के समान भागने में कुशील होते हैं । युद्ध में इनका धीरे-धीरे चलना अशुभ सूचक होता है । <span class="GRef"> महापुराण 44.204,226 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
मृग जाति के हाथी ये भयभीत होकर भागने वाले हरिणों के समान भागने में कुशील होते हैं । युद्ध में इनका धीरे-धीरे चलना अशुभ सूचक होता है । महापुराण 44.204,226