यक्षवर: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(6 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
< | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<span class="HindiText">चतुर्थ सागर व द्वीप−देखें [[द्वीप_पर्वतों_आदि_के_नाम_रस_आदि#5.1 | लोक - 5.1]]।</span> | |||
[[यक्षलिक | | <noinclude> | ||
[[ यक्षलिक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:य]] | [[ यक्षस्थान | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: य]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मध्यलोक के अंतिम सोलह द्वीपों में तेरहवां द्वीप । यह इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#625|हरिवंशपुराण - 5.625]] </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | |||
[[ यक्षलिक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ यक्षस्थान | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: य]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
चतुर्थ सागर व द्वीप−देखें लोक - 5.1।
पुराणकोष से
मध्यलोक के अंतिम सोलह द्वीपों में तेरहवां द्वीप । यह इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । हरिवंशपुराण - 5.625