रत्नप्रभ: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) विभीषण का एक विमान । राम की और से रावण की सेना से युद्ध करने विभीषण इसी विमान में गया था । <span class="GRef"> (महापुराण 58.20) </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) विभीषण का एक विमान । राम की और से रावण की सेना से युद्ध करने विभीषण इसी विमान में गया था । <span class="GRef"> (महापुराण 58.20) </span></p> | ||
<p id="2">(2) रुचगिरि की आग्नेय दिशा का एक कूट । यहाँ वैजयंती देवी रहती है । <span class="GRef"> (हरिवंशपुराण 5.725) </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) रुचगिरि की आग्नेय दिशा का एक कूट । यहाँ वैजयंती देवी रहती है । <span class="GRef"> ([[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#725|हरिवंशपुराण - 5.725]]) </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
रुचक पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.13 ।
पुराणकोष से
(1) विभीषण का एक विमान । राम की और से रावण की सेना से युद्ध करने विभीषण इसी विमान में गया था । (महापुराण 58.20)
(2) रुचगिरि की आग्नेय दिशा का एक कूट । यहाँ वैजयंती देवी रहती है । (हरिवंशपुराण - 5.725)