रमणीया: Difference between revisions
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<li> पूर्व विदेहस्थ आत्मांजन वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक | <li> पूर्व विदेहस्थ आत्मांजन वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक देव− कूट के अन्य नामों के लिए देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]; </li> | ||
<li> नंदीश्वर द्वीप की उत्तर दिशा में स्थित एक | <li> नंदीश्वर द्वीप की उत्तर दिशा में स्थित एक वापी− वापी के अन्य नामों के लिए देखें [[ लोक#5.11 | लोक - 5.11 ]]। </li> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> पूर्व विदेहक्षेत्र का एक देश । शुभा-नगरी इस देश की राजधानी थी । यह सीता नदी और निषध-पर्वत के मध्य दक्षिणोत्तर लंबा है । <span class="GRef"> महापुराण 63.210, 215, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.247-248 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पूर्व विदेहक्षेत्र का एक देश । शुभा-नगरी इस देश की राजधानी थी । यह सीता नदी और निषध-पर्वत के मध्य दक्षिणोत्तर लंबा है । <span class="GRef"> महापुराण 63.210, 215, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#247|हरिवंशपुराण - 5.247-248]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- पूर्व विदेह का एक क्षेत्र− अन्य क्षेत्र के नामों के लिए देखें लोक - 5.2,
- पूर्व विदेहस्थ आत्मांजन वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक देव− कूट के अन्य नामों के लिए देखें लोक - 5.4;
- नंदीश्वर द्वीप की उत्तर दिशा में स्थित एक वापी− वापी के अन्य नामों के लिए देखें लोक - 5.11 ।
पुराणकोष से
पूर्व विदेहक्षेत्र का एक देश । शुभा-नगरी इस देश की राजधानी थी । यह सीता नदी और निषध-पर्वत के मध्य दक्षिणोत्तर लंबा है । महापुराण 63.210, 215, हरिवंशपुराण - 5.247-248