राजसिंह: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
एक बहुत बड़ा मल्ल था। इसने मल्लयुद्ध में सुमित्र नामक मल्ल को जीत लिया। | <span class="HindiText">एक बहुत बड़ा मल्ल था। इसने मल्लयुद्ध में सुमित्र नामक मल्ल को जीत लिया। <span class="GRef">( महापुराण/61/59-60 )</span>। यह मधुक्रीड़ प्रतिनारायण का दूरवर्ती पूर्व भव है।− पूर्व भव मधुक्रीड़ की अधिक जानकारी के लिए देखें [[ मधुक्रीड़ ]]।</span> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> मधुकीड प्रतिनारायण का जीव-एक राजा । यह मल्लयुद्ध का जानकार था । राजगृह नगर के राजा सुमित्र को इसने पराजित किया था । <span class="GRef"> महापुराण 61. 59-60 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मधुकीड प्रतिनारायण का जीव-एक राजा । यह मल्लयुद्ध का जानकार था । राजगृह नगर के राजा सुमित्र को इसने पराजित किया था । <span class="GRef"> महापुराण 61. 59-60 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
एक बहुत बड़ा मल्ल था। इसने मल्लयुद्ध में सुमित्र नामक मल्ल को जीत लिया। ( महापुराण/61/59-60 )। यह मधुक्रीड़ प्रतिनारायण का दूरवर्ती पूर्व भव है।− पूर्व भव मधुक्रीड़ की अधिक जानकारी के लिए देखें मधुक्रीड़ ।
पुराणकोष से
मधुकीड प्रतिनारायण का जीव-एक राजा । यह मल्लयुद्ध का जानकार था । राजगृह नगर के राजा सुमित्र को इसने पराजित किया था । महापुराण 61. 59-60