राजसूय: Difference between revisions
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<p> चक्रवर्ती सगर के समय मे प्रचलित एक अनार्ष-यज्ञ । यह महाकाल देव के द्वारा हिंसा की प्रेरणा देने के लिए चलाया गया था । इसमें राजा हों में जाते थे । सगर चक्रवर्ती और उनकी पत्नी सुलसा इसी यज्ञ में होमे गये थे । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 23.142-146 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चक्रवर्ती सगर के समय मे प्रचलित एक अनार्ष-यज्ञ । यह महाकाल देव के द्वारा हिंसा की प्रेरणा देने के लिए चलाया गया था । इसमें राजा हों में जाते थे । सगर चक्रवर्ती और उनकी पत्नी सुलसा इसी यज्ञ में होमे गये थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_23#142|हरिवंशपुराण - 23.142-146]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
चक्रवर्ती सगर के समय मे प्रचलित एक अनार्ष-यज्ञ । यह महाकाल देव के द्वारा हिंसा की प्रेरणा देने के लिए चलाया गया था । इसमें राजा हों में जाते थे । सगर चक्रवर्ती और उनकी पत्नी सुलसा इसी यज्ञ में होमे गये थे । हरिवंशपुराण - 23.142-146