रूप सत्य: Difference between revisions
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<p> सत्यप्रवाद पूर्व में कथित दस प्रकार के सत्यभाषणों में एक प्रकार का सत्यभाषण । इसमें पदार्थ के न होने पर रूप मात्र की मुख्यता से कथन किया जाता है । हरिवंशपुराण 10.91, 99</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सत्यप्रवाद पूर्व में कथित दस प्रकार के सत्यभाषणों में एक प्रकार का सत्यभाषण । इसमें पदार्थ के न होने पर रूप मात्र की मुख्यता से कथन किया जाता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#91|हरिवंशपुराण - 10.91]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#99|हरिवंशपुराण - 10.99]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सत्यप्रवाद पूर्व में कथित दस प्रकार के सत्यभाषणों में एक प्रकार का सत्यभाषण । इसमें पदार्थ के न होने पर रूप मात्र की मुख्यता से कथन किया जाता है । हरिवंशपुराण - 10.91,हरिवंशपुराण - 10.99