लक्षपर्वा: Difference between revisions
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<p> सोलह विद्या निकायों की एक विद्या । धरणेंद्र ने यह विद्या नमि और विनमि विद्याधरों को दी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22. 67 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सोलह विद्या निकायों की एक विद्या । धरणेंद्र ने यह विद्या नमि और विनमि विद्याधरों को दी थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#67|हरिवंशपुराण - 22.67]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
एक औषध विद्या−देखें विद्या - 4 ।
पुराणकोष से
सोलह विद्या निकायों की एक विद्या । धरणेंद्र ने यह विद्या नमि और विनमि विद्याधरों को दी थी । हरिवंशपुराण - 22.67