वरचर्म: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक मुनि । जंबूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र में स्थित श्रीपुर नगर का राजा वसुंधर अपनी रानी पदमावती के वियोग से विरक्त होकर मनोहर वन में इन्हीं से संयमी होकर और समाधिमरण करके महाशुक्र स्वर्ग में देव हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 69.74-77 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक मुनि । जंबूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र में स्थित श्रीपुर नगर का राजा वसुंधर अपनी रानी पदमावती के वियोग से विरक्त होकर मनोहर वन में इन्हीं से संयमी होकर और समाधिमरण करके महाशुक्र स्वर्ग में देव हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 69.74-77 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
एक मुनि । जंबूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र में स्थित श्रीपुर नगर का राजा वसुंधर अपनी रानी पदमावती के वियोग से विरक्त होकर मनोहर वन में इन्हीं से संयमी होकर और समाधिमरण करके महाशुक्र स्वर्ग में देव हुआ था । महापुराण 69.74-77