वसुपाल: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(6 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<div class="HindiText"> मगध का एक प्रसिद्ध जैन राजा जिसने आबू पर्वत पर ऐतिहासिक व आश्चर्यकारी जिनमंदिरों का निर्माण कराया। समय ई.1197। </div> | |||
[[Category:व]] | <noinclude> | ||
[[ वसुनंदि श्रावकाचार | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ वसुपूज्य | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: व]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी का राजा । गुणपाल इसके पिता और कुबेरश्री माता थी । इसके पिता ने इसे राज्य सौंपकर तथा श्रीपाल को युवराज बनाकर तप धारण कर लिया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.289, 298, 340-341, 475 </span>देखें [[ गुणपाल ]]</p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | |||
[[ वसुनंदि श्रावकाचार | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ वसुपूज्य | अगला पृष्ठ ]] | |||
[[Category: इतिहास]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: व]] |
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
मगध का एक प्रसिद्ध जैन राजा जिसने आबू पर्वत पर ऐतिहासिक व आश्चर्यकारी जिनमंदिरों का निर्माण कराया। समय ई.1197।
पुराणकोष से
पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी का राजा । गुणपाल इसके पिता और कुबेरश्री माता थी । इसके पिता ने इसे राज्य सौंपकर तथा श्रीपाल को युवराज बनाकर तप धारण कर लिया था । महापुराण 46.289, 298, 340-341, 475 देखें गुणपाल