वेताली: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> एक विद्या । विद्याधर अमिततेज ने यह विद्या सिद्ध की थी । इसी विद्या से साहसगति ने सुग्रीव का रूप धारण कर उसकी प्रिया का अपहरण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62.398, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 49.24-28 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक विद्या । विद्याधर अमिततेज ने यह विद्या सिद्ध की थी । इसी विद्या से साहसगति ने सुग्रीव का रूप धारण कर उसकी प्रिया का अपहरण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 62.398, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_49#24|पद्मपुराण - 49.24-28]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
एक विद्या । विद्याधर अमिततेज ने यह विद्या सिद्ध की थी । इसी विद्या से साहसगति ने सुग्रीव का रूप धारण कर उसकी प्रिया का अपहरण किया था । महापुराण 62.398, पद्मपुराण - 49.24-28