व्यंतरी: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(7 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> श्री, ह्री, धृति, कीर्ति, बुद्धि और लक्ष्मी | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> श्री, ह्री, धृति, कीर्ति, बुद्धि और लक्ष्मी व्यंतर-देवियां । छहों क्रमश: पद्म, महापद्म, तिगच्छ, केसरी, महापुंडरीक और पुंडरीक ह्रदों में निवास करती है । <span class="GRef"> महापुराण 63.197-198, 200 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ व्यंतर | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ व्यंतर लोक निर्देश | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ व्यंतरों की देवियों का निर्देश | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
श्री, ह्री, धृति, कीर्ति, बुद्धि और लक्ष्मी व्यंतर-देवियां । छहों क्रमश: पद्म, महापद्म, तिगच्छ, केसरी, महापुंडरीक और पुंडरीक ह्रदों में निवास करती है । महापुराण 63.197-198, 200