शतमन्यु: Difference between revisions
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<p> एक ऋषि । इसका एक आश्रम था । चंपा नगरी के राजा जनमेजय की माता नागवती कालकल्प राजा के आक्रमण करने पर पुत्री को लेकर सुरंग मार्ग से इसी कई आश्रम में आयी थी । यह नागवती का पति तथा जनमेजय का पिता था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.30-303, 392 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक ऋषि । इसका एक आश्रम था । चंपा नगरी के राजा जनमेजय की माता नागवती कालकल्प राजा के आक्रमण करने पर पुत्री को लेकर सुरंग मार्ग से इसी कई आश्रम में आयी थी । यह नागवती का पति तथा जनमेजय का पिता था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_8#30|पद्मपुराण - 8.30-303]], [ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_8#392|392]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
एक ऋषि । इसका एक आश्रम था । चंपा नगरी के राजा जनमेजय की माता नागवती कालकल्प राजा के आक्रमण करने पर पुत्री को लेकर सुरंग मार्ग से इसी कई आश्रम में आयी थी । यह नागवती का पति तथा जनमेजय का पिता था । पद्मपुराण - 8.30-303, [ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_8#392|392]]