शेषा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> पूजन के अंत में ग्रहण की जाने वाली आशिका । इसे अंजली में ग्रहण करके मस्तक पर स्थापित किया जाता है । <span class="GRef"> पांडवपुराण 3.29 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पूजन के अंत में ग्रहण की जाने वाली आशिका । इसे अंजली में ग्रहण करके मस्तक पर स्थापित किया जाता है । <span class="GRef"> पांडवपुराण 3.29 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: श]] | [[Category: श]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
पूजन के अंत में ग्रहण की जाने वाली आशिका । इसे अंजली में ग्रहण करके मस्तक पर स्थापित किया जाता है । पांडवपुराण 3.29