सिद्धिगिरि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक पर्वत । पूर्वविदेहक्षेत्र में रत्नसंचयनगर के राजा वज्रायुध ने इसी पर्वत पर प्रतिमायोग धारण किया था । महापुराण 63.37-39, 132</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक पर्वत । पूर्वविदेहक्षेत्र में रत्नसंचयनगर के राजा वज्रायुध ने इसी पर्वत पर प्रतिमायोग धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 63.37-39, 132 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ सिद्धिक्षेत्र | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ सिद्धिप्रिय स्तोत्र | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] | |||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
एक पर्वत । पूर्वविदेहक्षेत्र में रत्नसंचयनगर के राजा वज्रायुध ने इसी पर्वत पर प्रतिमायोग धारण किया था । महापुराण 63.37-39, 132