सुवर्णतेज: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> हेमांगद देश में स्थित राजपुर नगर के कनकतेज वैश्य और उसकी स्त्री चंद्रमाला का पुत्र । इसी नगर का सेठ रत्नतेज अपनी पुत्री अनुपमा इसे विवाहना चाहता था किंतु इसकी दरिद्रता और मूर्खता के कारण उसने अपनी पुत्री का विवाह इसके साथ नहीं किया था । <span class="GRef"> महापुराण 75. 450-454 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> हेमांगद देश में स्थित राजपुर नगर के कनकतेज वैश्य और उसकी स्त्री चंद्रमाला का पुत्र । इसी नगर का सेठ रत्नतेज अपनी पुत्री अनुपमा इसे विवाहना चाहता था किंतु इसकी दरिद्रता और मूर्खता के कारण उसने अपनी पुत्री का विवाह इसके साथ नहीं किया था । <span class="GRef"> महापुराण 75. 450-454 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
हेमांगद देश में स्थित राजपुर नगर के कनकतेज वैश्य और उसकी स्त्री चंद्रमाला का पुत्र । इसी नगर का सेठ रत्नतेज अपनी पुत्री अनुपमा इसे विवाहना चाहता था किंतु इसकी दरिद्रता और मूर्खता के कारण उसने अपनी पुत्री का विवाह इसके साथ नहीं किया था । महापुराण 75. 450-454