संक्रांतकर्म: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> पुस्तकर्म के क्षय, उपचय और संक्रम (संक्रांत) इन तीन भेदों में तीसरा भेद । साँचे आदि की सहायता से खिलौने आदि बनाना संक्रांतकर्म कहलाता है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 24.38-39 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> पुस्तकर्म के क्षय, उपचय और संक्रम (संक्रांत) इन तीन भेदों में तीसरा भेद । साँचे आदि की सहायता से खिलौने आदि बनाना संक्रांतकर्म कहलाता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_24#38|पद्मपुराण - 24.38-39]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
पुस्तकर्म के क्षय, उपचय और संक्रम (संक्रांत) इन तीन भेदों में तीसरा भेद । साँचे आदि की सहायता से खिलौने आदि बनाना संक्रांतकर्म कहलाता है । पद्मपुराण - 24.38-39