हरिकांत: Difference between revisions
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<li | <li class="HindiText">हैमवत पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव-देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]।</span></li> | ||
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भवनवासी देवों का बारहवाँ इंद्र । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.55 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) भवनवासी देवों का बारहवाँ इंद्र । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 14.55 </span></p> | ||
<p id="2">(2) महाहिमवान् पर्वत का छठा कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.72 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) महाहिमवान् पर्वत का छठा कूट । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#72|हरिवंशपुराण - 5.72]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:31, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- हरि क्षेत्र में स्थित एक कुंड जिसमें से हरिकांता नदी निकलती है।-देखें लोक - 3.10।
- हैमवत पर्वतस्थ एक कूट व उसका स्वामी देव-देखें लोक - 5.4।
पुराणकोष से
(1) भवनवासी देवों का बारहवाँ इंद्र । वीरवर्द्धमान चरित्र 14.55
(2) महाहिमवान् पर्वत का छठा कूट । हरिवंशपुराण - 5.72