शशिप्रभ: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
<span class="HindiText"><strong> | <span class="HindiText"><strong></strong>विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर। - देखें [[ विद्याधर ]]।</strong></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का सातवाँ | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का सातवाँ नगर। <i> हरिवंशपुराण </i> के अनुसार यह चौदहवाँ नगर है । <span class="GRef"> महापुराण 19. 78, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#91|हरिवंशपुराण - 22.91]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) राजा जरासंध का | <p id="2" class="HindiText">(2) राजा जरासंध का पुत्र। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_52#39|हरिवंशपुराण - 52.39]]</span></p> | ||
<p id="3">(3) राजा वसुदेव और सोमदत्त की पुत्री का कनिष्ठ | <p id="3" class="HindiText">(3) राजा वसुदेव और सोमदत्त की पुत्री का कनिष्ठ पुत्र। यह चंद्रकांत का छोटा भाई था। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#60|हरिवंशपुराण - 48.60]]</span></p> | ||
<p id="4">(4) पुंडरीकिणी नगरी का | <p id="4" class="HindiText">(4) पुंडरीकिणी नगरी का राजा। यह मधवा चक्रवर्ती के पूर्वभव का जीव था। <span class="GRef"> महापुराण 20.131-133 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 25: | Line 25: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: श]] | |||
[[Category: प्रथमानुयोग]] | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
Latest revision as of 19:59, 29 November 2023
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर। - देखें विद्याधर ।पुराणकोष से
(1) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का सातवाँ नगर। हरिवंशपुराण के अनुसार यह चौदहवाँ नगर है । महापुराण 19. 78, हरिवंशपुराण - 22.91
(2) राजा जरासंध का पुत्र। हरिवंशपुराण - 52.39
(3) राजा वसुदेव और सोमदत्त की पुत्री का कनिष्ठ पुत्र। यह चंद्रकांत का छोटा भाई था। हरिवंशपुराण - 48.60
(4) पुंडरीकिणी नगरी का राजा। यह मधवा चक्रवर्ती के पूर्वभव का जीव था। महापुराण 20.131-133