कारु: Difference between revisions
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< | <span class="HindiText"> शूद्रवर्ण का एक भेद । ये स्पृश्य और अस्पृश्य दोनों होते हैं । इनमें नाई, धोबी आदि स्पृश्य हैं । वे समाज के साथ रहते हैं । अस्पृश्य कारु समाज से दूर रहते हैं और समाज से दूर रहते हुए ही अपना निर्दिष्ट कार्य करते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 16.185-186 </span> | ||
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Latest revision as of 15:54, 5 February 2024
शूद्रवर्ण का एक भेद । ये स्पृश्य और अस्पृश्य दोनों होते हैं । इनमें नाई, धोबी आदि स्पृश्य हैं । वे समाज के साथ रहते हैं । अस्पृश्य कारु समाज से दूर रहते हैं और समाज से दूर रहते हुए ही अपना निर्दिष्ट कार्य करते हैं । महापुराण 16.185-186