शिक्षाकाल: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef">पंचास्तिकाय / तात्पर्यवृत्ति/173/11</span> <span class="SanskritText"> दीक्षानंतरं निश्चयव्यवहाररत्नत्रयस्य परमात्मतत्त्वस्य च परिज्ञानार्थं तत्प्रतिपादकाध्यात्मशास्त्रेषु यदा शिक्षां गृह्णाति स शिक्षाकाल:। </span><span class="HindiText"> दीक्षा के अनंतर निश्चय व्यवहार रत्नत्रय तथा परमात्म तत्त्व के परिज्ञान के लिए उसके प्रतिपादक अध्यात्म शास्त्र की जब शिक्षा ग्रहण करता है वह शिक्षा काल है। अधिक जानकारी के लिए देखें [[ काल#1 | काल - 1]]। | <span class="GRef">पंचास्तिकाय / तात्पर्यवृत्ति/173/11</span> <span class="SanskritText"> दीक्षानंतरं निश्चयव्यवहाररत्नत्रयस्य परमात्मतत्त्वस्य च परिज्ञानार्थं तत्प्रतिपादकाध्यात्मशास्त्रेषु यदा शिक्षां गृह्णाति स शिक्षाकाल:। </span><span class="HindiText"> दीक्षा के अनंतर निश्चय व्यवहार रत्नत्रय तथा परमात्म तत्त्व के परिज्ञान के लिए उसके प्रतिपादक अध्यात्म शास्त्र की जब शिक्षा ग्रहण करता है वह '''शिक्षा काल''' है। </span><br> | ||
<span class="HindiText">अधिक जानकारी के लिए देखें [[ काल#1 | काल - 1]]।</span> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Latest revision as of 15:00, 1 March 2024
पंचास्तिकाय / तात्पर्यवृत्ति/173/11 दीक्षानंतरं निश्चयव्यवहाररत्नत्रयस्य परमात्मतत्त्वस्य च परिज्ञानार्थं तत्प्रतिपादकाध्यात्मशास्त्रेषु यदा शिक्षां गृह्णाति स शिक्षाकाल:। दीक्षा के अनंतर निश्चय व्यवहार रत्नत्रय तथा परमात्म तत्त्व के परिज्ञान के लिए उसके प्रतिपादक अध्यात्म शास्त्र की जब शिक्षा ग्रहण करता है वह शिक्षा काल है।
अधिक जानकारी के लिए देखें काल - 1।