माय: Difference between revisions
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Revision as of 22:22, 27 February 2015
स्व. स्तोत्र/टी./१४१/२६७ मायः प्रमाणं केवलज्ञानलक्षणं आगमस्वरूपं वा। = माय अर्थात् प्रमाण जिसका लक्षण केवलज्ञान या आगमस्वरूप है।