मेघमालिनी: Difference between revisions
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<p id="2">(2) नारद देव की देवी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.80 </span></p> | |||
<p id="3">(3) विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के सुरेन्द्रक्रान्तार नगर के राजा मेघवाहन की रानी । इसके विद्युत्प्रभ पुत्र तथा ज्योतिर्माला पुत्री थी । <span class="GRef"> महापुराण 62.71-72, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 4.29-30 </span></p> | |||
<p id="4">(4) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में व्योमवल्लभ नगर के राजा मेघवाहन की रानी । मेघनाद इसका पुत्र था । <span class="GRef"> महापुराण 63. 29-30, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 5. 5-6, </span>देखें [[ मेघनाद ]]</p> | |||
<p id="5">(5) राजा हेमांगद की रानी । यह राजा घनरथ की जननी थी । <span class="GRef"> महापुराण 63.181 </span></p> | |||
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Revision as of 21:46, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == नन्दनवन के हिमकूट की स्वामिनी दिक्कुमारी देवी ।−देखें लोक - 5.5 ।
पुराणकोष से
(1) नन्दन वन के हिमवत् कूट की एक दिक्कुमारी देवी । हरिवंशपुराण 5.333
(2) नारद देव की देवी । हरिवंशपुराण 60.80
(3) विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी के सुरेन्द्रक्रान्तार नगर के राजा मेघवाहन की रानी । इसके विद्युत्प्रभ पुत्र तथा ज्योतिर्माला पुत्री थी । महापुराण 62.71-72, पांडवपुराण 4.29-30
(4) भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में व्योमवल्लभ नगर के राजा मेघवाहन की रानी । मेघनाद इसका पुत्र था । महापुराण 63. 29-30, पांडवपुराण 5. 5-6, देखें मेघनाद
(5) राजा हेमांगद की रानी । यह राजा घनरथ की जननी थी । महापुराण 63.181