शाखामृग: Difference between revisions
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<p> एक वानरद्वीप । यह लवणसमुद्र के मध्य पश्चिमोत्तर भाग में तीन सौ योजन विस्तृत है । पद्मपुराण 6.70-71</p> | <p> एक वानरद्वीप । यह लवणसमुद्र के मध्य पश्चिमोत्तर भाग में तीन सौ योजन विस्तृत है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.70-71 </span></p> | ||
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
एक वानरद्वीप । यह लवणसमुद्र के मध्य पश्चिमोत्तर भाग में तीन सौ योजन विस्तृत है । पद्मपुराण 6.70-71