सुनपथ: Difference between revisions
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प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा (<span class="GRef"> पांडवपुराण/16/6 </span>) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है। | प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा (<span class="GRef"> पांडवपुराण/16/6 </span>) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है। | ||
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<p> एक नगर । प्रवास से लौटने पर अर्जुन यहाँ रहने लगे थे । कुरुक्षेत्र के निकट विद्यमान सोनीपत से इसे समीकृत किया जा सकता है । <span class="GRef"> पांडवपुराण 16.6 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> एक नगर । प्रवास से लौटने पर अर्जुन यहाँ रहने लगे थे । कुरुक्षेत्र के निकट विद्यमान सोनीपत से इसे समीकृत किया जा सकता है । <span class="GRef"> पांडवपुराण 16.6 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा ( पांडवपुराण/16/6 ) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है।
पुराणकोष से
एक नगर । प्रवास से लौटने पर अर्जुन यहाँ रहने लगे थे । कुरुक्षेत्र के निकट विद्यमान सोनीपत से इसे समीकृत किया जा सकता है । पांडवपुराण 16.6