|
|
(2 intermediate revisions by the same user not shown) |
Line 1: |
Line 1: |
| <p id="1"> (1) राम का सिंहरथवाही सामन्त । <span class="GRef"> पद्मपुराण 58.11 </span></p>
| |
| <p id="2">(2) शक संवत् सात सौ पांच में उत्तर दिशा का राजा । इसी के समय में <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>की रचना श्रीवर्धमानपुर के नन्दराज द्वारा निर्मापित श्री पार्श्वनाथ मन्दिर में आरम्भ की गयी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>66. 52-53</p>
| |
|
| |
|
| |
|
| <noinclude>
| | #REDIRECT [[इंद्रायुध]] |
| [[ इन्द्राभिषेक | पूर्व पृष्ठ ]] | |
| | |
| [[ इन्द्रायुधप्रभ | अगला पृष्ठ ]]
| |
| | |
| </noinclude>
| |
| [[Category: पुराण-कोष]]
| |
| [[Category: इ]]
| |