पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 16 - अर्थ: Difference between revisions
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Latest revision as of 13:08, 19 August 2021
जीवादि भाव हैं। चेतना और उपयोग जीव के गुण हैं तथा देव, मनुष्य, नारकी, तिर्यंच आदि अनेक जीव की पर्यायें हैं।