पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 21 - अर्थ: Difference between revisions
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Revision as of 13:08, 19 August 2021
[एवम्] इसप्रकार [गुणपर्ययैः सहित] गुण-पर्याय सहित [जीवः] जीव [संसरन्] संसरण करता हुआ [भावम्] भाव, [अभावम्] अभाव, [भावाभावम्] भावाभाव [च] और [अभावभावम्] अभावभाव को [करोति] करता है ।