परिणम्य परिणामक शक्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
Jagrti jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
(2 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं. 15<span class="SanskritText"> परात्मनिमित्तकज्ञेयज्ञानाकारग्रहण-ग्राहणस्वभावरूपा परिणम्यपरिणामकत्वशक्तिः। </span>= <span class="HindiText">पर और आप जिनका निमित्त है ऐसे ज्ञेयाकार ज्ञानाकार उनका ग्रहण करना और ग्रहण कराना ऐसा स्वभाव जिसका रूप है, ऐसी परिणम्य परिणामकत्व नाम पंद्रहवीं शक्ति है। </span></p> | <p><span class="GRef"> समयसार / आत्मख्याति/ </span>परि./शक्ति नं. 15<span class="SanskritText"> परात्मनिमित्तकज्ञेयज्ञानाकारग्रहण-ग्राहणस्वभावरूपा परिणम्यपरिणामकत्वशक्तिः। </span>= <span class="HindiText">पर और आप जिनका निमित्त है ऐसे ज्ञेयाकार ज्ञानाकार उनका ग्रहण करना और ग्रहण कराना ऐसा स्वभाव जिसका रूप है, ऐसी परिणम्य परिणामकत्व नाम पंद्रहवीं शक्ति है। </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: प]] | [[Category: प]] | ||
[[Category: द्रव्यानुयोग]] |
Latest revision as of 11:01, 9 September 2022
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं. 15 परात्मनिमित्तकज्ञेयज्ञानाकारग्रहण-ग्राहणस्वभावरूपा परिणम्यपरिणामकत्वशक्तिः। = पर और आप जिनका निमित्त है ऐसे ज्ञेयाकार ज्ञानाकार उनका ग्रहण करना और ग्रहण कराना ऐसा स्वभाव जिसका रूप है, ऐसी परिणम्य परिणामकत्व नाम पंद्रहवीं शक्ति है।